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बचपन से लिखने का शौक हैं कभी-कभी सोचकर लिखता हूँ तो कभी-कभी सब्द खुद ही जहन में आकर लिखने को मजबूर करते हैं

Monday 20 August 2012

माँ के समान कौन हैं

माँ के समान कौन हैं
कौन हैं माँ से बढ़कर  
कौन करता हैं प्यार माँ सा
कौन माँ सा दुलार करता हैं
माँ सी ममता कहाँ किसी में
कहाँ माँ सा स्नेह दीखता हैं
कौन रखता हैं ख्याल माँ सा
किसको फिक्र होती हैं माँ सी
कौन सहता हैं दर्द माँ सा
किसको बेचैनी होती हैं माँ सी
माँ सा रिश्ता हैं कहाँ पे
कौन सा सम्बन्ध माँ से बढ़कर
माँ के समान कौन हैं
कौन हैं माँ से बढ़कर  
   (माँ को समर्पित -विवेक हमन )

Sunday 19 August 2012

मैं और मेरा शायराना अंदाज-२५

१ -लाख पहरे लगाले दुनिया तुझे पाकर ही रहूँगा
मर जाऊँगा-मिट जाऊँगा पर तेरा होकर ही रहूँगा
छोर दूंगा सबको ,पर तुझसे दूर न रह पाउँगा
चाहा हैं जो तुझको ,तुझे अपना बनाके ही रहूँगा
लाख पहरे लगाले दुनिया तुझे पाकर ही रहूँगा
मर जाऊँगा-मिट जाऊँगा पर तेरा होकर ही रहूँगा
२ -सफ़र जिन्दगी का आसान नहीं होता
बिना कदम बढ़ाये रास्ता पार नहीं होता
३ -हर  किसी  के  नसीब  में  चाँद  नहीं  होता  कुछ  ऐसे  भी  होते  हैं  जिनके नसीब ही नहीं  होते
४ -बहुत सुकून मिलता हैं दोस्त के कंधे पे सर रख के सोने में ,कभी गले लगा के देखना दोस्त को  पता चल जाऐगा कितना चैन मिलता हैं दोस्त को बाहों में भरने पे  ,,,


Thursday 16 August 2012

दिल में कोई बात हैं

दिल में कोई बात हैं
जो कहना चाहता हूँ
             मगर सच तो ये हैं
             कहने से डरता हूँ
                    कैसे कहूं ,ये सोचता हूँ
                    समझ नहीं आता
                             कहूं या फिर ना कहूं
                             नहीं कहता हूँ
                                    तो तड़पता रहता हूँ
                                     और कहना चाहता हूँ
                                             तो कह नहीं पाता हूँ
                                              कई बार ,कहना चाहा
                                                     जुबान तक बात आई
                                                      पर आवाज निकल नहीं पाई
                                                                    दिल में कोई बात हैं
                                                                     जो कहना चाहता हूँ
                                                                               मगर सच तो ये हैं
                                                                               कहने से डरता हूँ

कितने इम्तिहान लेगी जिन्दगी मुझसे

कितने इम्तिहान लेगी जिन्दगी मुझसे
कब तक देना होगा परीक्षा जिन्दगी का
कभी-कभी तो ऐसा लगता हैं
अब मैं खड़ा उतर नहीं पाउँगा
इस बार मैं असफल हो जाऊँगा
मगर दिल से आवाज आती हैं
दो इम्तिहान इस बार भी
शायद इस बार सफल हो जाओगे
न जाने कब वो घड़ी आयेगी
जो मुझे ख़ुशी दे जाऐगी
उस वक़्त के इंतजार में
जिन्दगी के हर इम्तिहान को
बखूबी दे रहा हूँ
पर कभी-कभी ऐसा लगता हैं
कितने इम्तिहान लेगी जिन्दगी मुझसे
कब तक देना होगा परीक्षा जिन्दगी का


 

Wednesday 15 August 2012

माँ से पूछा मैंने

माँ से पूछा मैंने माँ ओ मेरी माँ
जब मैं बच्चा था कैसा था
क्या जैसे अब हूँ वैसा था
माँ बोली नहीं बेटा तू कहा ऐसा था
तू तो बड़ा ही नटखट था
परेशां तू बहुत ही करता था
अच्छा माँ ,और क्या मैं करता था
माँ बोली क्या बताओ
बहुत कुछ तू किया करता था
पिता जी के नाक में दम कर देता था
इधर का सामान उधर कर देता था
सच माँ इतनी शैतानी करता था
माँ बोली हां बेटा सच में
तू ये सब करता था
पर माँ तू देख अब मैं कहा वैसा  हूँ
बोल माँ कहाँ हैं अब वो तेरा नटखट बेटा
माँ बोली तू बदल गया
चूकी अब जो तू बड़ा हो गया
माँ से पूछा मैंने माँ ओ मेरी माँ
जब मैं बच्चा था कैसा था
क्या जैसे अब हूँ वैसा था
माँ बोली नहीं बेटा तू कहा ऐसा था














Tuesday 14 August 2012

देश हैं अपना सबसे प्यारा

देश हैं अपना सबसे प्यारा
सब देशों में सबसे न्यारा
यहाँ बहती हैं गंगा -जमुना
कुँए ,तालाब,नहरे और नदियाँ
विभिन्ता में एकता जहाँ दिखती हैं
जहाँ सबको समान अधिकार मिले हैं
यहाँ सबको सबसे प्यार मिला हैं
सबको समान अवसर मिला हैं
यहाँ हैं मनती होली-दिवाली
हर दिन जहाँ उत्सव होता हैं
सभ्यता हैं दिखती ,संस्कृति हैं दिखती
जहाँ भाई-बहन का प्रतिक हैं राखी
पैदा हुए जहाँ महात्मा बुद्ध
जहाँ महावीर ने जन्म लिया
हैं वो देश अपना सबसे प्यारा
सब देशों में सबसे न्यारा
(भारत की आजादी की ६६ वीं वर्ष-गाँठ पे आपको और आपके परिवार को मन से और दिल से ढेर-सारी शुभकामनाये )

Monday 13 August 2012

भारत को आजादी

भारत को आजादी
ऐसी ही नहीं मिली
बहुत संघर्ष करना पड़ा
कई लड़ाई लड़ना पड़ा
किसी को झाँसी तो
किसी को भगत बनना पड़ा
कोई गाँधी बना
तो कोई सुभाषचंद्र बोष बना
कोई लड़ते लड़ते मरा
जो बचा उसे फाँसी चड़ना पड़ा
कुछ बर्बाद हुए
जो बचे वे तबाह हुए
माँ ने जवान बेटा गवाया
पत्नी ने माँग का सेंदूर धोया
कुछ उग्रवादी बने
तो कोई उदारवादी बना
किसी ने पीठ पे लाठी खाई
तो कोई सीने पे गोली खाया
भारत को आजादी
ऐसी ही नहीं मिली
बहुत संघर्ष करना पड़ा

Saturday 11 August 2012

कैसे रिश्ते कैसे नाते

कैसे रिश्ते कैसे नाते
कौन काम आता हैं
मुसीबत में
कोई नहीं दीखता
जरुरत में
कौन काम आता हैं
मुसीबत में
कैसे रिश्ते कैसे नाते
जो कल तक अपना था
वो बेगाना हो जाता हैं
जिनसे उम्मीद थी
वो ना उम्मीद कर जाता हैं
क्या ऐसे रिश्ते होते हैं
क्या ऐसे नाते होते हैं
जो काम ना आये जरुरत में
वो रिश्ते कहाँ  होते हैं
कैसे रिश्ते कैसे नाते
कौन काम आता हैं
मुसीबत में

Friday 10 August 2012

आज भी मैं भूला नहीं

आज भी मैं भूला नहीं
अब भी मुझे याद हैं
कैसे एक आदमी ने
एक आदमी को लूटा था
उसकी जीवनभर की पूँजी
जो कैसे कैसे बटोरा था
एक ही झटके में कैसे लूटा था
आज भी मैं भूला नहीं
अब भी मुझे याद हैं
बैंक से निकालकर,गमछे में लपेटकर
मन ही मन सोचता
बेटी की शादी धूमधाम से करूँगा
उसे क्या पता था ,लूटेरा पीछे पड़ा था
एक ही झटके में लूट लिया लूटेरे ने
आज भी मैं भूला नहीं
अब भी मुझे याद हैं
कैसे एक आदमी ने
एक आदमी को लूटा था

Monday 6 August 2012

Common man

A man who faces problems if costliness increases
he is not other man,he is only common man
who is in trouble if costliness increases
A man who faces problems if flood comes
he is not other man , he is only common man
who is in trouble if flood comes
A man who faces problems if it does not rain
he is not other man , he is only common man
who is in trouble, if it does not rain
A man who faces problems if he has no money
he is not other man, he is only common man
who is in trouble if he has no money
A man who faces problems if Dried comes
he is not other man, he is only common man
who is in trouble,if Dried comes

Saturday 4 August 2012

आज दिन हैं दोस्ती मनाने का

आज दिन हैं दोस्ती मनाने का
आज दिन हैं दोस्त को गले लगाने का
आज दिन हैं पार्टी -सार्टी मनाने का
आज दिन हैं दोस्ती में सबकुछ भुलाने का
आज दिन हैं दोस्त को फिर से अपनाने का
आज दिन हैं सारे-गिले शिकवे मिटाने का
आज दिन हैं दोस्त के साथ समय बिताने का
आज दिन हैं दोस्ती का परचम लहराने का
आज दिन हैं दोस्ती फिल्म देखने का
आज दिन हैं दोस्ती के गाने सुनने-सुनाने का
आज दिन हैं दोस्त के साथ हँसने-मुस्कुराने का
आज दिन हैं दोस्त को दोस्ती का उपहार देने का
आज दिन हैं दोस्ती मनाने का
(मेरे सारे दोस्तों को जो मेरे अजीज हैं ,मेरे दिल के बेहद करीब है उन्हें ये मित्रता दिवस मुबारक हो )

Beauty in Everything

If we see water ,there is beauty in the water
If we see birds, there is beauty in the birds
It depends on us ,how do we see them
Beauty in Everything , just see deeply
whenever we see painting ,there is beauty in painting
when we see flowers ,there is beauty in flowers
It depends on us how do we see them
Beauty in Everything , just see deeply
If we see a poor person,there is beauty in him
we know he is poor, but his beauty is his sweet nature
his beauty is his honesty, his beauty is his hard-working
It depends on us how do we see them
Beauty in Everything ,just see deeply
whenever we see green leaves,there is beauty in green leaves
when we see raining ,there is beauty in raining
It depends on us how do we see them
Beauty in Everything , just see deeply 

Thursday 2 August 2012

My Weaknesses

number one weakness is friendship
I can't live without friends
can't leave friends 

                                 number two weakness is my emotion
                                 I have not only emotion for my family
                                 but also emotion for everybody
 

number three weakness is my compassion
compassion in my heart is for everybody
                            

                            number four weakness is my self-respect
                            I can bear everything except self-respect
                            because I am a self-respecting person 


other weaknesses are simplicity ,reliability
,honesty ,sensitivity ,Tolerance , Humility
,Truth, and noble-mindedness.